नीमच भानपुरा सडक मार्ग लगभग तीस किलोमीटर का सडक मार्ग बहुत ही बदतर स्थिती में

नीमच भानपुरा सडक मार्ग लगभग तीस किलोमीटर का सडक मार्ग बहुत ही बदतर स्थिती में

नीमच भानपुरा सडक मार्ग जिसमें रामपुरा तहसील के ग्राम रावलीकुडी (चेनपुरिया ) से लेकर भानपुरा तहसील की गोलम्बा नाले तक लगभग तीस किलोमीटर का सडक मार्ग बहुत ही बदतर स्थिती में बददाल हो चुका है जो वाहन चालकों की कमर तोडने जैसी स्थिती में साबित हो रहा है । गौरतलब है कि गाँधीसागर अभ्यारण्य सीमा में आने वाला यह मुख्य सडक मार्ग वन विभाग के नियम कायदो के चक्कर में दिन ब दिन गड्डे खाईनुमा का रूप ले रहा है गाँधीसागर निवासी पूरन माटा ने बताया कि एक तरफ वन विभाग बहुत ही वृहद स्तर पर चीता प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है और अभ्यारण्य क्षेत्र को पर्यटन से जोड रहा है साथ ही प्रचारित करने पर आमदा है कि चीता प्रोजेक्ट से पर्यटकों का गाँधीसागर के प्रति रुझान बढ़ेगा और यहाँ व्यापार व्यवसाय विकसीत होगा रोजगार के नए आयाम स्थापित होगें लेकिन वन विभाग के आला अधिकारियों से सवाल है कि क्या आपके विभाग की सीमा मे उजड रहे मुख्य सड़क मार्ग पर पर्यटकों  को आकर्षित करने के लिए नियम कायदो को शिथिल करने की कोई पहल करेगें ? 
कमल माली , अजय नकड़ा , नरेन्द्र सिंह खिंची का कहना है कि वन विभाग पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है चीता लाने जैसे कदम उठा रहा है तो पर्यटकों को गाँधीसागर आने के लिए चीता लाने से पूर्व सडक पर लगाए गए विभागीय प्रतिबंध को हटाना होगा तथा इस मार्ग को सुधारने में संबधित विभाग के  शासन प्रशासन  को सहयोगात्मक कदम उठाए जाना चाहिए जब ही चीता प्रोजेक्ट सफल हो सकेगा । गौरतलब है तथा यहाँ लिखना अतिआवश्यक है कि इस बदहाल आंसू बहाते तीस किलोमीटर सडक मार्ग पर यात्रा करने में वाहन चालक एवं मालिक वन विभाग को कितना कोसते होगें शायद इसका अंदाजा विभाग को नही है।